ये हैं चंद बातें जो खुद अपने आपसे हैं.. आप तजवीजिए कि यहां आपके लायक क्‍या है

Tuesday, March 4, 2008

आज बस इतना ही

मित्रों, चलिए शुरू करते हैं.. शून्‍य-काल का सीधा सा मतलब मेरे लिए है फुरसत का वक्‍त। और, इस ब्‍लाग के जरिए हम चाहते हैं कि जो कुछ हम दिल में सोचते हैं..सीधे-सीधे आपके सामने रख सकें। मतलब, बगैर उसे तोड़े-मरोड़े हुए। तमाम जटिलताओं के बीच हमें जो यह जिन्‍दगी मिली हुई है... अक्‍सर चूकती हुई महसूस होती है। जरूरत है कि हमारी सच की प्‍यास जगी रहे। इसलिए तमाम छोटी-मोटी चीजों के बीच जो जीवन के सूत्र बिखरे पड़े हैं... इस ब्‍लाग के माध्‍यम से हम उन्‍हें रोजबरोज आपके साथ बांटने की कोशिश करेंगे, भरसक ईमानदारी के साथ। आज बस इतना ही।

2 comments:

शोभा said...
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शोभा said...

शून्यकाल का अच्छा उपयोग है ये। आशा है लेखक और पाठक दोनो ही शून्यकाल का सही उपयोग करेंगें। शुभकामनाओं सहित